खड़ा रहा उस रस्ते पर,
पर पीछे मुड़ना भूल गया...
न आज के साथ मै चल पाया,
और पिछला कल भी भूल गया....
बड़े नामों की दुनिया में,
मै काम बड़े करता आया....
पर छोटी छोटी बातों पर,
मै खिलकर हँसना भूल गया.....
बिना किसी को साथ लिए,
मै सात समुन्दर फिर आया....
पर घर को जाने वाली नन्ही,
उन गलियों को मै भूल गया.....
कर मेल जोल सब लोगों से,
कई दोस्त बनाए मिल मिल के....
दो लफ्ज़ सुनने को घर बैठी,
माँ से बात मै करना भूल गया.....
खूब कमाई की मैने,
और नाम कमाया दुनिया में....
पर खुद को साबित करने में,
Wow!
ReplyDeletesenti-ya gaya mai toh..!!
ReplyDeleteGhar ko jane wali unn nanhi nanhi galiyo mai ab tu fit naa hoga mere bhai.. size dekha hai apna..!! :P
ReplyDeleteToo good...Touched my heart!!!
ReplyDeleteWooww Fabulous!!!!!
ReplyDeleteThank you very much for all the comments
ReplyDeleteToo gud...really touching..i m impressed..
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